कुंडली में कालसर्प दोष के कारण लोग परेशान रहते हैं. इसकी वजह से कार्यों में सफलता नहीं मिलती है. मानसिक परेशानी रहती है. मेहनत करने के बाद भी फल नहीं मिलता है. कालसर्प दोष का योग है, तो उस व्यक्ति को प्रत्येक दिन भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. भगवान शिव की आराधना से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है. आप यदि भगवान शिव की पूजा के समय शिव पंचाक्षर स्तोत्र का पाठ करें और उस समय इत्र और कपूर का प्रयोग करें, तो आपको कालसर्प दोष से मुक्ति मिलेगी. शिव पंचाक्षर स्तोत्र बहुत ही प्रभावी माना जाता है.