चाणक्य नीति या चाणक्य नीतिशास्त्र (४ से ३ शताब्दी ई॰पु॰ मध्य) चाणक्य द्वारा रचित एक नीति ग्रन्थ है। चाणक्य नीति का संस्कृत साहित्य के नीतिपरक ग्रन्थों में एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसमें सूत्रात्मक तरीके से जीवन को सुखमय और सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव हैं। मानवमात्र को जीवन के प्रत्येक हिस्से की व्यवहारिक शिक्षा देना इसका मुख्य उद्देश्य है। इसमें मुख्य रूप से धर्म, संस्कृति, न्याय, शांति, सुशिक्षा और समग्र मानव जीवन की प्रगति का चित्रण किया गया है। इस नीतिपरक ग्रंथ में आदर्श और यथार्थ, जीवन-सिद्धान्त और जीवन-व्यवहार का सुंदर समन्वय देखने को मिलता है।