सनातन धर्म में सभी देवी – देवताहो में भगवान शिव का स्थान सबसे प्रमुख है। यू तो भगवान शिव केवल एक लोटा जल शिवलिंग पर अर्पित करने से अपने भक्तों की पुकार सुन लेते हैं। लेकिन मंत्रों का जाप करने से शंकर भगवान की विशेष कृपा मिलती है। शास्त्रों में भगवान शिव के अनेक मंत्रों का उल्लेख है , जिसमें ‘श्री शिव रुद्राष्टकम’ के पाठ को सबसे शक्तिशाली व महत्वपूर्ण गया है। कहते हैं कि ‘श्री शिव रुद्राष्टकम’ का पाठ का प्रभाव तुरंत पड़ता है।
शास्त्रों में श्री शिव रुद्राष्टकम पाठ का महत्व बताया गया है कि जब भगवान श्रीराम को रावण पर विजय प्राप्त करनी तो उन्होने श्री शिव रूद्राष्टकम का पाठ किया था. जिसके परिणाम स्वरूप श्रीराम ने रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की. इससे पता चलता है कि श्री शिव रुद्राष्टकम पाठ के जाप से बड़े से बड़े शत्रु पर भी विजय प्राप्त की जा सकती है.